HELPING THE OTHERS REALIZE THE ADVANTAGES OF APSARA SADHNA

Helping The others Realize The Advantages Of apsara sadhna

Helping The others Realize The Advantages Of apsara sadhna

Blog Article

Anita sought Apsara Sadhana to enhance her intimate lifetime. Soon after numerous sessions guided by Astrologer Ayush Rudhra Ji, she uncovered a newfound self-confidence and appeal. “I never believed I could draw in the correct partner. Now, I come to feel empowered and open to like,” she shares.

साधना के दौरान अपनी कामनाओं को नियंत्रित करें, और वासनाओं का कोई स्थान न दें, क्योंकि ऐसे विचार साधना को असफल बना सकते हैं।

स्त्रियों को मासिक धर्म के कारण ३ दिन की छूट मिलती है।

कामरु देश कामाख्या देवी — कामाख्या मंदिर: जहां विराजित है कृष्ण के पुत्र प्रद्युमन की कुल देवी ph on कर्ण मातंगी साधना के लाभ और कर्ण मातंगी साधना से जीवन कैसे बदले

अप्सरा साधना एक उच्च आध्यात्मिक अनुभव है जो साधक को आत्म-प्रेम, आत्म-साक्षात्कार, और आत्म-संयम की प्राप्ति में सहायक होता है। यह साधना साधक को आत्मिक विकास और शक्ति के साथ-साथ आनंद और आत्म-समर्पण का अनुभव कराती है।

The crucial element to successful practice lies in knowing the energies concerned, environment obvious intentions, and keeping harmony in a single’s daily life.

आत्म-समर्पण और सेवा: अप्सरा साधना में साधकों को आत्म-समर्पण और सेवा की भावना से प्रेरित किया जाता है। इसके माध्यम से साधक अप्सरा देवियों के संग संवाद करते हैं और उनसे आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करते हैं। सेवा के माध्यम से साधक अप्सरा देवियों की भक्ति का अनुभव करते हैं और उनके संग संवाद करने का अवसर प्राप्त करते हैं।

अप्सरा साधना के लिए अप्सरा माला और यंत्र गुटका का उपयोग करें।

Apsara Sadhana is often a revered practice while in the realms of tantra and spiritual pursuits. It will involve the worship and invocation of Apsaras, celestial nymphs from Hindu mythology known for their splendor and enchanting qualities.

लक्ष्मी उपासना में कमल गट्टे की माला का प्रयोग करें।

जाने अप्सरा प्रत्यक्षीकरण साधना कैसे करें ?

संकट मोचन हनुमान अष्टक: चमत्कारी अनुभव और आध्यात्मिक शक्ति का प्रबल संगम

साहसिकता: अप्सराएं साहसिकता, स्वतंत्रता और उत्कृष्टता के प्रतीक होती हैं। वे अपनी क्षमताओं और गुणों को बढ़ावा देती हैं।

आत्म-समर्पण और सेवा: साधक को आत्म-समर्पण और सेवा की भावना से साधना करनी चाहिए। इसके माध्यम से साधक अप्सरा देवियों के संग संवाद करते हैं और click here उनसे आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करते हैं।

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